110+ राजनीति शायरियाँ और स्टेटस | 110+ Politics Shayari and Status in Hindi

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राजनीति शायरियाँ, मजाकिया स्टेटस, युवा नेता और एंटी पॉलिटिकल शायरियाँ | Politics Shayari, Funny status, Yuva Neta and Anti Political Shayari

इंसान एक सामाजिक प्राणी हैं और जीवन के अनेक पहलुओं से इंसान का सम्बन्ध होता है और हर पहलु एक राजनीति गतिविधियों से जुड़ा होता है. मनुष्यों से जुड़ी इन्हीं गतिविधियों को हम राजनीति कहते है. भारत की राजनीतिक प्रणाली संविधान के तहत कार्य करती है. कुछ राजनेता और सरकारी कर्मचारियों ने देश के राजनीति की छवि और देश के हाल को बिगाड़ कर रख दिया है. लालच, भ्रष्टाचार, गरीबी, अशिक्षा ने भारतीय राजनीति को दागदार बना रखा है. राजनीति से जुड़े हुए स्टेटस और शायरियाँ.

नेता भी क्या खूब ठगते हैं,
ये तो 5 साल बाद ही दिखते हैं।

सरकार को गरीबों का ख्याल कब आता है?
चुनाव नजदीक आ जाए तो मुद्दा उछाला जाता है.

मुर्दा लोहे को औजार बनाने वाले,
अपने आँसू को हथियार बनाने वाले,
हमको बेकार समझते हैं सियासतदां
मगर हम है इस मुल्क की सरकार बनाने वाले.

चोर, बेईमान और भ्रष्ट नेताओं की क्यों करते हो बात,
लोकतंत्र की ताकत है जनता में, दिखला दो इनकी औकात.

मूल जानना बड़ा कठिन हैं नदियों का, वीरो का,
धनुष छोड़कर और गोत्र क्या होता हैं रणधीरो का,
पाते हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर,
“जाति-जाति” का शोर मचाते केवल कायर, क्रूर.

जहाँ सच हैं, वहाँ पर हम खड़े हैं,
इसी खातिर आँखों में गड़े हैं.

नेता की बातों में सच्चाई का अभाव होता है,
झूठ बोलना तो इनका स्वभाव होता हैं.

नेता भी क्या खूब ठगते हैं,
ये तो 5 साल बाद ही दिखते हैं.

नजर वाले को हिन्दू और मुसलमान दिखता हैं,
मैं अन्धा हूँ साहब, मुझे तो हर शख्स में इंसान दिखता हैं.

मैं अपनी आँख पर चशमाँ चढ़ा कर देखता हूँ
हुनर ज़ितना हैं सारा आजमा कर देखता हूँ
नजर उतना ही आता हैं की ज़ितना वो दिखाता है
मैं छोटा हू मगर हर बार कद अपना बढ़ा कर देखता हूँ

लोकतंत्र जब अपने असली रंग में आता हैं,
तो नेताओं की औकात का पता चल जाता हैं.

तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था,
उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था.

राजा बोला रात है
राणी बोली रात है
मंत्री बोला रात है
संत्री बोला रात है
यह सुबह सुबह की बात है

सभी एक जैसा ही लिखते हैं,
बस मतलब बदल जाते हैं,
सरकारे वैसे ही चलती हैं,
बस वजीर-ए-आजम बदल जाते हैं.

गंदी राजनीति का यह भी एक परिणाम हैं,
बीस रूपये एक बोतल पानी का दाम हैं.

मुझको तमीज की सीख देने वाले,
मैंने तेरे मुँह में कई जुबान देखा है,
और तू इतना दिखावा भी ना कर अपनी झूठी ईमानदारी का
मैंने कुछ कहने से पहले अपने गिरेबां में देखा है.

सियासत की रंगत में ना डूबो इतना,
कि वीरों की शहादत भी नजर ना आए,
जरा सा याद कर लो अपने वायदे जुबान को,
गर तुम्हे अपनी जुबां का कहा याद आए.

राजनीति में अब युवाओं को भी आना चाहिए,
देश को ईमानदारी का आईना दिखाना चाहिए.
युवा नेता शायरी

न मस्जिद को जानते हैं,
न शिवालो को जानते हैं,
जो भूखे पेट हैं,
वो सिर्फ निवालों को जानते हैं.

क्या खोया, क्या पाया जग में,
मिलते और बिछुड़ते मग में,
मुझे किसी से नही शिकायत
यद्यपि छला गया पग-पग में.

सवाल जहर का नहीं था, वो तो मैं पी गया,
तकलीफ लोगों को तब हुई, जब मैं फिर भी जी गया.

हमारी रहनुमाओ में भला इतना गुमां कैसे,
हमारे जागने से, नींद में उनकी खलल कैसे.

इस नदी की धार में ठंडी हवा तो आती हैं,
नाव जर्जर ही सही, लहरों से टकराती तो हैं

Yuva Neta Shayari

जोश को हम बढ़ाते हैं,
जन-जन में युवा जोश की कमी थोड़े न है,,
जिस देश में युवा सोच के साथ बढ़ेगा।

होश टूटते -बिखरते उनके हैं,
जिनके हौसले कमज़ोर होते हैं।
शत -शत नमन है उनके हौसलों को,
जो वतन पर ख़ुशी-शी कुर्बान होते हैं।

देश को आगे बढ़ाएंगे युवा जोश जगाएंगे,
बदलेंगे जन-जन की नज़र और बदलेंगे,,
नजरिया तभी तो युवा जोश जगा पाएंगे

देश का युवा आगे आएगा,
सोते हुए को आकर जगायेगा।
देश का विकास खुद ब खुद होयेगा,
देश को आगे बढ़ाएगा

देश के विकास की नीव हम रखें,
जन -जन में है ये अभियान,,
इस बार युवा जोश को अपना कर देखें

पुराने विचारों को छोड़कर करते हैं, कुछ नयी बात
पिछड़े विचारों को छोड़कर करते हैं, एक नयी शुरुवात।

जन -जन को जगायेंगे,
इतिहास बदलेंगे, भूगोल बदलेंगे,,
युवा सोच से और युवा जोश से देश का उथान कराएंगे।

सरहदों पर बहुत तनाव है क्या,
कुछ पता तो करो चुनाव है क्या
और खौफ बिखरा है दोनों समतो में,
तीसरी समत का दबाव है क्या

वोटों के इस खेल में फंस ना जाना मतदाता,
उपयोग करना ढंग से अधिकार देना पटकनी जिसे कुछ ना आता।

नेताओं ने ये कैसा हिन्दुस्तान कर दिया,
बेजान इमारतों को भी हिन्दू मुसलमान कर दिया।

किसी भी तरह के लालच में ना आयें,
नहीं तो पाँच वर्ष तक महंगा पड़ेगा हर भाव।
अपने बच्चों और गाँव के सुनहरे भविष्य के लिए,
सोच समझ कर सही प्रत्याशी का करें चुनाव।

नहीं भावना अपने-पराये की,
पूरा गाँव हमारे लिए एक परिवार है।
आपसे सहयोग का पूर्ण विश्वास है हमें,
गाँव के विकास के लिए हम सदा तैयार हैं।

गाँव के सर्वांगीण विकास की प्रतिज्ञा हम करते हैं,
झूठ-फरेब नहीं हमारे मन मे,,
तभी तो आप-सब भरोसा हम पर करते हैं।

कौन बनेगा मुख्यमंत्री देखो हर तरफ सवाल,
यही सवाल पैदा करे मतदाता को फांसने का जाल।

चुनाव जीतने को जी गिद्ध नेता चले नई चाल,
पहन गधे सी सफ़ेद खाल फैलाये फंसाने का जाल।

चुनाव में पैसा तो खूब बांटा जाता है,
बाद में जनता का ही जेब काटा जाता है।

बिहार से बड़ा प्यार है ऐसा हर नेता जताते है,
नौकरी और रोजगार की बात करो तो चुप हो जाते है।

आपका विश्वास मेरा प्रयास ,
मिलकर करेंगे पंचायत का विकास
आपने संजोये हैं जो विकास के सपने,
हम आयेंगे आपके द्वार इनको पुरा करने

नेता नहीं बेटा बन कर आया हूँ,
चुनाव प्रचार तो बस एक बहाना है,,
आप सब का लेने आशीर्वाद आया हूँ

ग्राम प्रधान के चुनाव में विकास का मुद्दा होता नही है,
इस पद का उम्मीदवार जीत के लिए रात-रात भर सोता नही है।

सरकार को गरीबों का ख्याल कब आता है,
चुनाव नजदीक आ जाए तो मुद्दा उछाला जाता है।

मुर्दा लोहे को औजार बनाने वाले,
अपने आँसू को हथियार बनाने वाले।
हमको बेकार समझते हैं सियासतदां,
मगर हम है इस मुल्क की सरकार बनाने वाले।

चोर बेईमान और भ्रष्ट नेताओं की क्यों करते हो बात,
लोकतंत्र की ताकत है जनता में दिखला दो इनकी औकात।

मूल जानना बड़ा कठिन हैं नदियों का वीरो का,
धनुष छोड़कर और गोत्र क्या होता हैं रणधीरो का।
पाते हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर,
जाति-जाति का शोर मचाते केवल कायर क्रूर।

आपका विश्वास मेरा प्रयास,
मिलकर करेंगे ग्राम पंचायतों का विकास।

नजर वाले को हिन्दू और मुसलमान दिखता हैं,
मैं अन्धा हूँ साहब, मुझे तो हर शख्स में इंसान दिखता हैं।

मैं अपनी आँख पर चशमाँ चढ़ा कर देखता हूँ,
हुनर ज़ितना हैं सारा आजमा कर देखता हूँ।
नजर उतना ही आता हैं की ज़ितना वो दिखाता है,
मैं छोटा हू मगर हर बार कद अपना बढ़ा कर देखता हूँ।

Anti Political Shayari

जरूरत पर सब यार होते हैं,
रूरत न हो तो पलट कर वार होते हैं,
चुनाव नजदीक आ रहा हैं बच के रहना,
क्योंकि ज्यादातर नेता गद्दार होते हैं।

राजनीति भी रंग-रंगीली हैं,
कुछ ने तो बाप की ज़ागीर समझ ली हैं।

किसी पेड़ के कटने का किस्सा न होता,
अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होगा

जिन्दा रहे चाहे जान जाएँ,
वोट उसी को दो जो काम आएँ

सिर्फ हंगामा खड़ा करना मिरा मक्सद नहीं,
मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए

चुनाव है लोकतंत्र की एकता का आधार, 
मतदान करके इसके महत्व को करो साकार

सियासत नफ़रतों का जख्म भरने ही नहीं देती,
जहाँ भरने पे आता हैं तो मक्खी बैठ जाती हैं.

हम भी आराम उठा सकते थे घर पर रह कर,
हम को भी माँ-बाप ने पाला था दुःख सह-सह कर.

सच है, विपत्ति जा आती हैं,
कायर को ही दहलाती हैं,
सूरमा नहीं विचलित होते,
क्षण एक नहीं धीरज खोते.

जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का,
फिर देखना फिजूल है कद आसमान का

उसे गुमाँ है कि मेरी उड़ान कुछ कम है,
मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है

चोर, बेईमान और भ्रष्ट नेताओं की क्यों करते हो बात
लोकतंत्र की ताकत है जनता में, दिखला दो इनकी औकात

बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो

बेईमानी अब आँखों की पानी चुराने लगी,
नामर्दी इंसानों को जवानी चुराने लगी,
हिन्द वालो तुम ये बैठ कर सोचना जरूर
कभी बर्मा से कन्धार तक हुकूमत थी 
आज तिनके में क्यों लड़खड़ाने लगी.

मन से बड़ा कोई धाम न मिलेगा
विभीषण अगर बन भी गए,
तो अब राम ना मिलेगा

Funny Political Status

ये मौसम भी बड़ा नेता है,
जब चाहे तब हवा के रूख
के साथ खुद बदल जाता है !!

सफ़ेद रंग के कुर्ते पायजामे,
संग टोपी पहने यह बगुला
जुबां के रूप में कोयला लेकर,
सबको कलंकित करने है निकला

राजनीति एक व्यायामशाला है,
जहां नेता खुद को बाहुबली सिध्द करते हैं !!

नेतागिरी में वो ही आगे बढ़ते हैं, जो
अपने लिए नेतागिरी करते हैं !!

मजहब का पता चलते ही
लाश के पास मेला लग गया
सियासी गिध्दों का !!

किसान खेत में मरता है,
उसका बेटा फौज में
नेता देश में ऐश करता है
उसका बेटा विदेश में !!

खैर गधा तो मेहनती प्राणी
जो दूसरा का भोज ढोता है,
पर हाय भारत की किस्मत
जो ऐसे इंसानी गधो को ढोता है

रंग बिरंगी गालियों से भरी नेताओं की,
जुबान इतनी नामी गिनामी,
कि गालियाँ खाकर भी करते
पार्टी कार्यकर्ता इनकी गुलामी

कई बार अपराध समाज के लिए
उतने खतरनाक नहीं होते
जितने की राजनीतिक स्कैंडल्स !!

नेता में गिरगिट के गुण होने चाहिए
ताकि मौका देख कर रंग बदल लें !!

नेतागिरी भी एक बिजनेस है
जिसमें अपना जमीर और
अपना इमान बेचना होता है !!

ऐसा नहीं है नेता जीतने के बाद बदल जाते हैं
बस, वे अपना असली चेहरा दिखा देते हैं !!

बढ़ती मंहगाई को देखते हुए
अब लोगों को आधार कार्ड की
बजाए उधार कार्ड की
जरूरत आन पड़ी है !!

देश की राजनीति पर ज्ञान बघारने वाले खास स्थान
जहां बेहद खुल कर, संजिदा होकर लोग अपना पक्ष रखते हैं
1 पान की दुकान
2 नाई की दुकान
3 चाय की दुकान 
4 ट्रेन का जनरल डिब्बा
5 सोशल मीडिया 

बदजुबानी के लिए प्यारे नेताओं की
धारधार रसना ऐसे दोड़े
कि सड़क पे छोड़ दे तो
बुलेट ट्रेन को पीछे जा छोड़े

बेशर्म राजा और सोई प्रजा
दोनों देश के लिए घातक होते हैं। चाणक्य

अगर आप टालू प्रवृति के हैं तो
एक अच्छा नेता बन सकते हैं !!

राजनीति में फैसले तब तक टाले जाते हैं
जब तक जनता इसे भूल ना जाएं !!

रसना रानी ने आये दिन
देती नेताओं को ईनाम,
कि मीडिया में पा जाते
गधे भी अपना नाम

नेता रास्ते की तलाश नहीं करता
वह बहाने की तलाश में रहता है !!

जो दिमाग से खुला, दिल से दयालु है
वह कभी नेता नहीं बन सकता !!

मानो जुबां नहीं सवारी जिप्सी हो
कभी महिला बिठाये तो कभी जवान,
कानून के हाथों से भी लम्बी ऐसी
कभी कभी तो पकड़ बिठा ले भगवान

नेता गरीबों के हक के लिए लड़ते हैं
और लड़ते-लड़ते अमीर हो जाते हैं !!

विदेशों में युवा सरकार चलाते हैं,
बूढ़ों को पेंशन दिया जाता है,
भारत में बूढ़ें सरकार चलाते हैं,
युवाओं को टेंशन दिया जाता है !!

हुजूर, यदि आधार को पेट के साथ लिंक
कर दिया जाए तो पता चल जाता कितने फाका करते हैं !!

चाहे राम हो या हनुमान
सब पर भारी नेता का यह अंग
निकले ऐसी घातक मिसाइलें
जैसे लड़नी हो बोर्डर पर जंग

जिनको जमीर बेचना आता हो
नेता बनना उसके लिए मुश्किल नहीं !!

चुनाव दो चरणों में होते हैं
पहले चरण में नेता जनता के चरण में होते हैं!
दूसरे चरण में जनता नेता की चरण में होते हैं !!

अंधा यदि अंधों का नेतृत्व करें
तो सभी का खाई में गिरना तय है

जुबां का सबसे ज्यादा प्रयोग
करने वाला प्राणी है नेता
लपलपाय ऐसी की
जो मुंह में आये वही बक देता

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